डीसी ने कहा,CE व CAFO मैनेज कर रहे
– शुभचिंतकों के सवाल पर ग़ुरबक्षाणी बंधुओं का हाजिर जवाब
नागपुर : मनपा अंतर्गत सीमेंट सड़क निर्माण के लिए जारी हुए निविदा प्रक्रिया में तत्कालीन सम्बंधित अधिकारियों के मिलीभगत से मेसर्स अश्विनी इंफ़्रा,मुंबई ने फेज-2 अंतर्गत 2 पॅकेज का ठेका लिया।बाद में निविदा शर्तों को पूरी न करते हुए 9 करोड़ का RUNNING BILL भी BOGUS खाते में उठा लिये।इसका पर्दाफाश 4 माह पूर्व NAGPUR TODAY ने किया।इस मामले पर गंभीर कार्रवाई के बजाय मनपा प्रशासन उसे दबाने की कोशिश कर रही,ऐसे में ASHWINI INFRA ,MUMBAI के 40 % के हिस्सेदार विवादास्पद कंपनी DC GURBAKSHANI समूह के शुभचिंतकों ने उनसे इस मामले के बारे में चर्चा की तो उन्होंने कहा कि उठे मामले को मनपा की प्रभारी CE और CAFO मैनेज कर रहे हैं.
अर्थात पूर्व महापौर संदीप जोशी,एमओडीआई फाउंडेशन,आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा प्रस्तुत सबूतों को मनपायुक्त नज़रअंदाज कर मामला शांत करने का अधिकारी विवादास्पद CE और विवादास्पद CAFO को दे रखा हैं.जबकि CE अंतर्गत जितने भी विभाग हैं लगभग सभी में टेंडर,कोटेशन,खरीदी आदि मामलों में दोष पाए जाने के सबूत मिले हैं.इसके बावजूद मनपायुक्त का CE पर मेहरबानी समझ से परे हैं.
CE एक भी फाइल पर बिना स्वार्थपूर्ति के हस्ताक्षर नहीं करती और स्वार्थपूर्ति के लिए कुछ भी करने को तैयार रहती हैं.जैसे सीसी रोड फेज-2 में हुई टेंडर घोटाला और भुगतान में धांधली को दबाने के लिए सभी नियम-कानून को ताक पर रख अश्विनी इंफ़्रा मुंबई और उसके पार्टनर DC ग़ुरबक्षाणी को बचाने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रही.
यह भी उल्लेखनीय हैं कि आयुक्त ने पूर्व महापौर को नज़रअंदाज कर उक्त मामले पर जाँच समिति गठित की,इस जाँच समिति में दिग्गज सदस्यों का समावेश किया लेकिन इस समिति में सिर्फ CE की तूती बोल रही,शेष दिग्गज सदस्य काफी क्षुब्ध हैं,इसके बावजूद मनपायुक्त ने चुप्पी साध उक्त दोषी ठेकेदारों और दोषी अधिकारियों को मजबूती प्रदान कर रहे.
डीसी ने कहा,CE व CAFO मैनेज कर रहे
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