Breaking News

गोंदिया: SIT खोलेगी एक्सपायर्ड सीमेंट बिक्री के घिनौने खेल की परतें

Nagpur Today : Nagpur News

गोंदिया । एक्सपायरी डेट सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है, यह हमारे सुरक्षा के लिहाज से प्रोडक्ट पर विक्रय की तारीख के रूप में अंकित की जाती है। कई उत्पादों पर ‘बेस्ट इफ यूज्ड बाय’ की डेट डली होती है इसका मतलब होता है नियत तारीख तक यह प्रयोग करने से संबंधित वस्तु की गुणवत्ता बरकरार रहेगी और इसे बेच सकते है। एक्सपायरी डेट की सीमा पार हो जाने पर बेशक आपको संबंधित उत्पाद को फेंक देना चाहिए। लेकिन गोंदिया में ऐसा होता दिखाई नहीं दे रहा।

एसआईटी के गठन हेतु नाना पटोले ने ली समीक्षा बैठक
एक्सपायर्ड सीमेंट के इस्तेमाल से भवनों के निर्माण की गुणवत्ता खराब होने की संभावना है, इस तरह के घिनौने खेल को तुरंत रोका जाना चाहिए। इस संबंध में काम करने वाले संगठित गिरोह की संभावनाओं को देखते हुए एक विशेष जांच दल नियुक्त किया जाना चाहिए, इस बात के निर्देश 2 जुलाई गुरूवार को मुंबई विधान भवन में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने दिए।

मुख्य वितरक ने खुदरा विक्रेताओं को बेचा एक्सपायर्ड सीमेंट

जानकारी के मुताबिक गोंदिया जिले में सीमेंट के एक मुख्य वितरक द्वारा नवंबर 2019 में खुदरा विक्रेताओं को एक्सपायर्ड सीमेंट के बैग वितरित किए गए। इस संबंध में कंपनी प्रबंधन के साथ-साथ गोंदिया पुलिस में भी शिकायत दर्ज की गई थी। शिकायतकर्ता इरफान सिद्दिकी के शिकायत पत्र पर संज्ञान लेते हुए गुरूवार को विधानसभा भवन के अध्यक्ष नाना पटोले की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई।

बैठक में अप्पर पुलिस महानिदेशक रजनीश सेठ, विशेष पुलिस महानिरीक्षक मिलिंद भारंबे और गोंदिया जिला पुलिस अधीक्षक मंगेश शिंदे तथा खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, मान्यता विज्ञान विभाग, माल और सेवा कर विभाग सहित सीमेंट कंपनी अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

समीक्षा बैठक में नाना पटोले ने चिंता जाहिर करते कहा- सरकारी निर्माण कार्यो और इमारतों में एक्सपायर्ड सीमेंट का उपयोग होने से इमारत के ढहने पर दुर्घटनाओं में कई निर्दोष लोग मारे जाते है इसलिए यह मुद्दा गोंदिया जिले तक सीमित नहीं है। इस तरह के एक्सपायर्ड सीमेंट को राज्य में कहीं भी सप्लाई किया गया होगा?

इसके लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर सभी मामलों की गहन जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

कितनी पुरानी सीमेंट इस्तेमाल कर सकते है ?

हमारे कंस्ट्रक्शन की स्ट्रेंथ (मजबूती) सीमेंट की क्वालिटी पर ही डिपेंड करती है। ईंटों-टाइल्स की जुड़ाई, दीवार की पलेस्त्री, स्लैब की ढलाई और सीमेंट सड़कें बनाने जैसे प्रत्येक निर्माण कार्य में सीमेंट का इस्तेमाल होता है।

सीमेंट जीतना पुराना होता जाता है उसकी मजबूती (स्ट्रेंथ) उतनी ही कम होती जाती है इसलिए सीमेंट खरीदते वक्त बैग (बोरी) पर अंकित पीरियड ऑफ मैन्युफैक्चर जरूर पढ़े।

ताजा फ्रेश सीमेंट (एक माह तक) की स्ट्रैंथ 100% होती है। 3 माह के बाद स्ट्रैंथ 80%बचेगी। जैसे रखे-रखे 6 महीने हो गए तो स्ट्रैंथ 70% और 1 साल बीता तो सीमेंट के स्ट्रैंथ 40 से 50 परसेंट ही रह जाती है। इसलिए आप जो भी निर्माण कार्य कर रहे है, बेहतर यहीं होता आप बल्क (अधिक) मात्रा में सीमेंट मंगाकर ना रखें, उतना ही सीमेंट बैग मंगाओ जितना आप एक हफ्ते में यूस कर सकते है ? फिर सीमेंट का आप अगला आर्डर करो, एैसा करने से जो आप सीमेंट पाओगे, बहुत ही फ्रेश होगा और यह आपकी कंस्ट्रक्शन के लिए जरूरी है। इसलिए बेग पर अंकित मैन्युफैक्चरिंग डेट जरूर देखें और अगर सीमेंट थोड़ा बहुत पुराना है तो उसे अवाइड करें, यहीं बेहतर होगा।

रवि आर्य

गोंदिया: SIT खोलेगी एक्सपायर्ड सीमेंट बिक्री के घिनौने खेल की परतें



from Nagpur Today : Nagpur News https://ift.tt/2ZyDnYf
via

No comments